15225 फीट पर स्थित लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के कपाट खुले
भारी बर्फ के बीच वैदिक मंत्रोचार के साथ खुले कपाट पहली बार सुभ मुहूर्त पर खुला कपाट
15225 फीट पर हेमकुंड में स्थित भगवान लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के कपाट वैदिक मंत्रोचार के साथ खोल दिए गए है
जोशीमठ : मान्यता है कि एकबार भगवान रामचन्द्र महाकाल से मंत्रणा कर रहे थे ,लक्ष्मण द्वार पर पहरेदारी कर रहे थे महाकाल की शर्त थी कि अगर कोई भी अंदर आया तो उसको मृत्युदंड दिया जाएगा,इतने।में।भगवान राम चंद्र।में।दुर्वासा ऋषि सहित अन्य ऋषि मुनि गण आ गए और जिद करने लगे की अभी इन्हे भगवान राम से मिलना है नही।तो।हम श्राप दे देंगे दुर्वासा ऋषि का क्रोध सातवे आसमान पर था लक्ष्मण सीधे अंदर चले गए ,और उनको गुप्त मंत्रणा करते देख लिया अब भगवान राम को लक्ष्मण को मृत्यु दण्ड देना था भले भगवान राम अपने सबसे प्रिय अनुज को कैसे मृत्यु दंड देते इसलिए उन्हें अयोध्या निर्वासन का।आदेश दे दिया इसके बाद भगवान लक्ष्मण हेमकुंड आए वहा पर घोर तपस्या कर साकेत लोक चले।
गए, इसके अतिरिक्त हेमकुंड साहिबको दंडपुष्करणी,लोकपाल तीर्थ,सहित कई पुराण प्रसिद्ध नाम से जाना।जाता।है इस तीर्थ को सतयुग का बताया जाता है,कपाट खुलने।के।अवसर पर कुंदन सिंह चौहान ,बसावर सिंह चौहान,रूपेश चौहान,कुशल चौहान सहित कई लोग मौजूद रहे
इस साल हेमकुंड साहिब के आसपास भारी बर्फ है यात्रियों को बर्फ के बीच गली से गुजरने का अलग ही अहसास होगा।