महिलाओं की आर्थिकी हो मजबूत : राधा रतूड़ी
मुख्य सचिव बोली, गृहणियों के कार्य को सम्मान दिये जाने जरूरत
ग्रामीण महिलाओं के सशक्तीकरण पर जोर दे रही सरकार
देहरादून : मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने कहा है कि पहाड़ की महिला प्रदेश की रीढ़ है, लेकिन उनकी मेहनत और कार्य को अब तक आर्थिक तौर अभी मजबूत नहीं किया जा सका है। उन्होंने कहा कि सरकार ग्रामीण महिलाओं के सशक्तीकरण पर जोर दे रही है। उन्होंने कहा कि हर दिन महिला का है और प्रदेश और देश के विकास में हर गृहणी का भी उतना ही योगदान है, जितना किसी कामकाजी महिला का। उन्होंने अपील की कि गृहणी के तौर पर कार्यरत महिला को उनके कार्य का सम्मान दिया जाना चाहिए।
मुख्य सचिव राधा रतूड़ी आज बीएस नेगी महिला प्रावधिक प्रशिक्षण संस्थान में छात्राओं द्वारा महिला दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित फैशन शो अभिव्यक्ति में बतौर मुख्य अतिथि भाग ले रही थीं। इस मौके पर उन्होंने कहा कि पहाड़ के गांवों में महिलाएं ही बसी हैं और वहां के विकास की धुरी बनी हुई है।
उन्होंने कहा कि ग्रामीण महिलाओं को सशक्त करने की जरूरत है। हमें उनके श्रम को आर्थिक मजबूती देनी होगी। उन्होंने संस्थान के अध्यक्ष हर्षमणि व्यास और प्रिंसिपल नमिता ममगाईं के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह पालीटेक्निक देहरादून का स्तम्भ बन गया है।
प्रिंसिपल नमिता ममगाईं ने संस्थान की गतिविधियों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यह संस्थान पहाड़ की बेटियों को सशक्त और स्किल्ड बना रहा है। यहां से पासआउट छात्राएं देश के विभिन्न प्रतिष्ठानों में अच्छे पदों पर काम कर रही हैं और कई ने स्वरोजगार अपना लिया है। संस्थान की संस्थापक संरक्षण शोभना वाही ने छात्रा स्वास्तिक काम्बोज को शोभना वाही एक्सीलेंस अवार्ड दिया। इसके तहत ट्राफी और पांच हजार नकद दिये गये।
इस मौके पर संस्थान में फैशन डिजानिंग कोर्स की छात्राओं ने शानदार रैप वॉक किया। फैशन डिजाइनिंग में बेस्ट मॉडल का खिताब सुरभि थापा ने जीता। इसके अलावा शिवानी बिष्ट फर्स्ट रनरअप और तनुजा सेकेंड रनरअप रही। इस मौके पर एल्यूमुनाए मीट राब्ता का भी आयोजन किया गया। फैशन शो की जज सुरभि सप्रा, बानीबत्ता एवं शुभा मुतनेजा थीं।
इस मौके पर दून विश्वविद्यालय की कुलपति डा. सुरेखा डंगवाल, राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल, आईएफएस मीनाक्षीजोशी, पूर्व आईआरएस जेपीममगाईं, भुवनेश्वरी नैथानी, रंजना रावत आदि प्रमुख लोग मौजूद थे।